भविष्य की योजना

नाटक और नाट्य को पाठ्यक्रम में समाविष्ट कर छात्रों को अभिनय के क्षेत्र की ओर उन्मुख करना ।

पत्रकारत्व का पाठ्यक्रम स्वतंत्र रूप से पढ़ाने का प्रावधान किया जाय ।

हिन्दी भाषा का प्रयोजनमूलक प्रशिक्षण देकर छात्रों को अनुवाद, समाचार लेखन एवं पठन के प्रति आकर्षित कर रोजगार की नयी दिशाओं का निर्देश दिया जाय ।

राष्ट्रभाषा के माध्यम से छात्रों में राष्ट्र प्रेम जागृत करने का प्रयत्न किया जाय ।