सुदृढ़ पहलु (Strength)
गुजरात के अन्य विश्वविद्यालय की तुलना में हिंदी भवन, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के अधिक से अधिक छात्र गुजरात लोक सेवा आयोग (GPSC) की परीक्षा उत्तीर्ण कर अध्यापक बने  हैं।
समाज कल्याण विभाग, गुजरात राज्य द्वारा निम्न वर्ग के शोध-छात्रों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता (छात्रवृत्ति) प्राप्त हुई।
पीछले छह वर्षों में प्रत्येक वर्ष हिंदी भवन के छात्रों को स्वर्ण-पदक से सन्मानित किया गया ।
अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्प संख्यक छात्रों ने प्रवेश प्राप्त कर उच्च उपाधि हाँसिल की ।
अधिक से अधिक शोध-छात्रों ने विद्यावाचस्पति की उपाधि प्राप्त की ।
 हिन्दी भवन की परिसीमा (Weakness)

 

कर्मचारी पर्याप्त संख्या में नहीं हैं ।

भाषा-प्रयोगशाला उपलब्ध नहीं है ।

नाटक के अनुरूप रंगमंच उपलब्ध नहीं है ।

अवसर (Oppertunity)

अध्ययन-अध्यापन के लिए विश्वविद्यालय का परिवेश प्राकृतिक दृष्टि से अनुकूल एवं शांतिपूर्ण है ।

भविष्य में शोध-कार्य के लिए गुणवत्तायुक्त नये शोध-विषय सम्मिलित होंगे ।

भवन द्वारा किये गये प्रयासों को अपने अध्ययन-अध्यापन में सहायता मिलेगी तथा विद्यार्थियों एवं अध्यापकों का अपने संबंधित विषय के अनुरूप ज्ञान बढ़ेगा ।

केंद्रीय हिंदी निदेशालय, दिल्ली द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित छात्र- अध्ययन यात्रा एवं नवलेखन शिबिर में प्रतिभागी होने के लिए अनुस्नातक, एम.फिल. एवं पीएच.डी. के छात्र भारत के अन्य विश्वविद्यालयों का दौरा करते हैं ।

चुनौती (Challange)

गुजराती मातृभाषी छात्रों को हिन्दी विषय पढ़ाना थोड़ा मुश्किल है ।